देहरादून। भाजपा ने सुव्यस्थित चार धाम यात्रा को लेकर कांग्रेस के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि उत्साह के माहौल मे चल रही यात्रा कांग्रेस को रास नही आ रही है और बेवजह उस पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रही है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस के सनातन प्रेमी होने के दावे पर भी तंज कसते हुए कहा कि इतिहास ही नही वर्तमान भी उनके हिन्दू विरोधी होने के कई प्रमाणों से भरा पड़ा है । यदि कांग्रेस अध्यक्ष माहरा चुनाव से पहले श्री राम मंदिर के दर्शन या सनातन विरोधी बयानों की आलोचना करे तो निश्चित रूप से केंद्र के कोप भाजन हो जायेंगे।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए श्री चौहान ने कहा कि यात्रा व्यवस्था को लेकर विगत वर्षों के अनुभवों को देखते हुए ही रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु देवभूमि पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रशासन एवं स्थानीय लोगों द्वारा उनका शानदार स्वागत किया जा रहा है। सीएम द्वारा लगातार उच्च स्तरीय बैठकों एवं धरातल पर जाकर मॉनिटरिंग करने से यात्रा व्यवस्था पूरी तरह चुस्त दुरस्त है । यात्रियों को सभी मूलभूत सुविधाएं और जरूरी चीजों को समयानुसार उपलब्ध कराया जा रहा है । जो थोड़ी बहुत समस्या कहीं पाई गई तो उनका भी अधिकारियों द्वारा तत्काल समाधान कराया जा रहा है । इस पूरी प्रक्रिया में यात्रा से जुड़े स्थानीय व्यवासियों और लोगों का सहयोग शासन प्रशासन को मिल रहा है । तीर्थयात्री और स्थानीय जनता क्षमता से अधिक लोगों के पहुंच जाने से उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों को अच्छी तरह समझते हैं और किसी को कोई विशेष नाराजगी नही है।
चौहान ने कहा कि समस्या और नाराजगी केवल कांग्रेस नेताओं को है, जो राज्य में चुनाव संपन्न होने के बाद भी चुनावी मोड से नही निकल पा रहे हैं। उन्हें अहसास है कि जनता ने उन्हें चुनावों में पूरी तरह नकार दिया है, यही वजह वो स्थानीय लोगो को आर्थिक नुकसान पहुंचाना चाहते हैं । इसी उद्देश्य से कांग्रेस यात्रा प्रबंधन को लेकर दुष्प्रचार कर अफवाह फैलाने का काम कर रही है । उनके बयानों से लगता है कि वह भ्रम और झूठी जानकारियां परोसकर, यात्रा के जरिये देवभूमि की छवि खराब करना चाहती है । वर्तमान यात्रा रूट पर आवास, सड़क, स्वास्थ्य, भोजन, पानी आदि की सभी व्यवस्था अब तक की सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है । लेकिन कांग्रेस का मकसद उसमे किसी न किसी तरीके कमी ढूंढकर उसे बढ़ा चढ़ा कर प्रचारित करने का है। बेहतर होता कि कांग्रेस नेता बिन बुलाए दूसरे प्रदेशों में प्रचार करने के बजाय अपने कार्यकर्ताओं के साथ जहां कमी दिखे वहां व्यवस्था दुरस्त करने में सहयोग करें।
उन्होंने माहरा के कांग्रेस को सनातन प्रेमी साबित करने पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता में रहते राम मंदिर निर्माण मे रोड़े अटकाने, प्रभु श्री राम को काल्पनिक बताने, एससी एसटी और ओबीसी समाज का आरक्षण धर्म के आधार पर मुस्लिमों को देने, खुद और सहयोगियों द्वारा सनातन के अपमान, श्री राम मंदिर का ताला खुलवाने से नाराज हुए मुस्लिमों को खुश करने के लिए शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय जैसे असंख्य मामले सनातन विरोध का प्रमाण है, ऐसे मे कांग्रेस अध्यक्ष का सनातन प्रेमी होने का दावा हास्यपद है। महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष ने सत्ता में आने पर श्री राम मंदिर को एक सप्ताह में शुद्ध करवाने का दावा, यूपी में सहयोगी राम गोपाल यादव मंदिर को ही बेकार बताना तो इनके शीर्ष नेता सत्ता में आने पर श्री राम मंदिर पर बाबरी ताला लगाने की योजना बनाते हैं। चौहान ने चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मे अभी भी कुछ सनातन प्रेम शेष हो तो उन्हे चुनाव से पहले श्री राम मंदिर पहुंचकर प्रायश्चित करना चाहिए । प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को अपने सनातन प्रेमी होने की गलतफहमी हो सकती है लेकिन जनता को नहीं है।