देहरादून। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने देहरादून के बड़े बिल्डर सत्येंद्र साहनी की आत्महत्या के पीछे कुछ गहरे राज छुपे होने की आशंका जताते हुए, इसकी बीआई जांच की मांग की है। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि यह हत्याकांड उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश दो राज्यों की पुलिस से जुड़ा हुआ है और गुप्ता बांधों को फायदा पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की भूमिका इस प्रकरण में संदिग्ध है। इसके अलावा उत्तराखंड के भी कुछ बड़े नेता इस प्रकरण में शामिल है । इसके अलावा देहरादून के आवासीय प्रोजेक्ट में गुप्ता बांधुओं द्वारा 85 प्रतिशत पैसा निवेश किया गया था। इस निवेश में काले धन की निवेश किए जाने की आशंका के मध्य नजर इसकी विस्तृत छानबीन होनी चाहिए।
सेमवाल ने याद दिलाया कि गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका की जैकब जुमा सरकार को गिराकर वहां से बड़ी मात्रा में धन लेकर भागे थे। इस बात की प्रबल संभावना क्या है कि गुप्ता बंधुओं काफी मात्रा में काला धन गुप्ता उत्तराखंड में इन्वेस्ट कर रखा है, जिससे आने वाले समय में विभिन गुटो के हितों की टकराहट को लेकर कुछ बड़ा अपराधी घटनाक्रम अंजाम दे सकता है। ब्रिटेन और अमेरिका की सरकारों ने उनके भ्रष्टाचार को देखते हुए इनका प्रवेश प्रतिबंधित कर रखा है। रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि यहां की भाजपा तथा कांग्रेस सरकार गुप्ता बांधों की करीबी रही है पुलिस की अब तक की संतोषजनक कार्रवाई के बावजूद इस बात की आसान क्या है यह मामला दबाया जा सकता है उत्तराखंड में काले धन के कारोबार का यह बहुत छोटा सा नमूना है, इसलिए इस पूरे मामले में ईडी को भी आमंत्रित करके इसकी सीबीआई जांच की जाए। उत्तराखंड की सरकारों ने इनको वाई और जेड श्रेणियां की सुरक्षा देकर रेड कारपेट बिछाई है। इसलिए उत्तराखंड नेताओं की भूमिका भी इनको लेकर संदिग्ध है।इसलिए इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाए।